पाकिस्तान चुनाव-138 सीटों के रुझान, इमरान समर्थक 80 पर आगे:
पाकिस्तान में नेशनल असेंबली और प्रांतीय चुनाव के लिए
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केंद्रीय कानून, संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री एवं अणुव्रत संसदीय मंच के
जयपुर। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने विधानसभा में अंतरिम बजट पेश
नई दिल्ली, 8 फरवरी। केंद्रीय कानून, संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री एवं अणुव्रत संसदीय मंच के संयोजक अर्जुनराम मेघवाल ने कहा है कि.
केंद्रीय कानून, संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री एवं अणुव्रत संसदीय मंच के
नई दिल्ली। केंद्रीय कानून, संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री एवं अणुव्रत संसदीय मंच के संयोजक अर्जुन राम मेघवाल ने कहा है कि चुनाव आयोग
अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी की दशम कार्यसमिति बैठक का जयपुर में आयोजन देशभर से आये अणुविभा के पदाधिकारी एवं कार्यसमिति सदस्यों की रही उपस्थिति अणुव्रत आचार संहिता के वाचन के साथ हुआ शुभारंभ अणुव्रत समिति जयपुर के द्वारा अणुव्रत गीत का संगान किया गया
अणुव्रत अनुशास्ता युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी के सानिध्य में अणुविभा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर ने वर्ष 2024 हेतु अणुव्रत पुरस्कारों की घोषणा
अणुव्रत पुरस्कार -2024
"पद्मभूषण" जस्टिस श्री दलवीर भण्डारी (ICJ)
जोधपुर
अणुव्रत अंतरार्ष्ट्रीय शांति पुरस्कार - 2024
श्री अरविंद वोरा
न्यूयॉर्क - अमेरिका
अणुव्रत गौरव सम्मान - 2024
श्री के. एल जैन पटावरी
दिल्ली
अणुव्रत लेखक पुरस्कार - 2024
पद्मश्री डॉ. कुमारपाल देसाई
अहमदाबाद
अणुव्रत अनुशास्ता के समक्ष बच्चों का देश पत्रिका के रजत जयंती
वर्ष के अवसर पर अणुविभा व अणुव्रत समिति सूरत के पदाधिकारीगण की रही गरिमामयी उपस्थिति
अणुविभा द्वारा संचालित किडजोन सूरत में ओडिसा के पूरी लोकसभा क्षेत्र से सांसद श्री संबित पात्रा का अवलोकन हेतु हुआ पदार्पण, इस अवसर पर अणुविभा उपाध्यक्ष राजेश सुराना, गणपत भंसाली सहित गणमान्यों की रही उपस्थिति
मुंबई। अणुक्त विश्व भारती द्वारा वर्ष 2023 के लिए दिया जाने वाला प्रतिष्ठित अणुव्रत पुरस्कार प्रसिद्ध उद्योगपति एवं सामाजिक कार्यकर्ता श्री रतन टाटा को उनके मुंबई स्थित आवास पर प्रदान किया गया। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर के साथ वहां पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने श्री रतन टाटा को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र एवं 1.51 लाख का चैक भेंट किया।
इस अवसर पर अणुविभा के महासचिव श्री भीखम सुराणा, मुंबई सीमा शुल्क आयुक्त श्री अशोक कुमार कोठारी, अणुविधा के उपाध्यक्ष श्री विनोद कुमार कोठारी और संयुक्त सचिव श्री मनोज सिंघवी उपस्थित थे। अणुविभा के अध्यक्ष श्री नाहर ने श्री रतन टाटा को अणुविधा पुरस्कार प्रदान करते हुए, मानव जाति के प्रति उनके सकारात्मक एवं महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की।
और दुनिया के सामने मानवता की एक महान मिसाल पेश करने के लिए पूरे अणुविधा परिवार की ओर से बधाई दी। उन्होने कहा कि अनुजत अनुशार आवार्य श्रीमहाश्रमण ने श्री रतन टाटा को अपनी शुभकामनाएं भेजी हैं और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है। श्री रतन टाटा ने अणुव्रत विश्व भारती के प्रति अपना हार्दिक आभार और सम्मान व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि पिछले 75 वर्षों से सतत गतिशील अणुव्रत आंदोलन मानवीय एकता, नैतिकता, अहिंसा और सद्भावना के क्षेत्र में व्यापक कार्य कर रहा है। आचार्य तुलसी द्वारा शुरू किए गए इस आंदोलन ने संयुक्त राष्ट्र में भी अपनी विशेष पहचान बनाई है। अणुव्रत पुरस्कारों की एक श्रृंखला में अब तक देश के प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया है, जिनमें श्री आत्माराम, श्री जैनेंद्र कुमार, श्री शिवाजी भावे, श्री शिवराज पाटिल, श्री नीतीश कुमार, डॉ. ए.पी. जे. अब्दुल कलाम, डॉ. मनमोहनसिंह, पू श्री टी. एन. शेषन, श्री प्रकाश आप्टें आदि शामिल हैं। इस अवसर पर अणुव्रत प्रतिनिधिमंडल ने श्री रतन टाटा को अणुक्त साहित्य 'अणुव्रत' और बच्चों का देश पत्रिकाओं के विशेष अंक पर भेंट किये। साथ ही अत चुनाव शुद्ध अभियान अनुत डिजिटल डिटॉकर, एलिवेट, पर्यावरण शुद्धि अभियान नशामुक्ति अभियान, जीवन विज्ञान आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। श्री रतन टाटा ने अनके माध्यम से मानवाज की भलाई के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।
अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा संचालित किड्स जोन का अणुव्रत आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास स्थल "सयम विहार" सूरत के प्रांगण में शुभारंभ
अणुव्रत अनुशास्ता ने महती कृपा कर संयम विहार सूरत में स्थित अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा संचालित किड्स जोन का किया अवलोकन
दिनांक 21 जुलाई 2024 रविवार को डायमंड नगरी सूरत में अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा संचालित किड्स जोन का शुभारंभ संयम विहार सूरत में किया गया। इस अवसर पर महती कृपा करके अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी अवलोकन हेतु किडजोन पधारे। अणुव्रत अनुशास्ता ने मंगल आशीर्वाद प्रदान करते हुए फरमाया अणुव्रत विश्व भारती सोसाइटी अणुव्रत के क्षेत्र में काम करने वाली बड़ी संस्था है। बच्चों में नैतिकता, अहिंसा का संस्कार पुष्ट हो सके। उनको छोटे छोटे नियम प्रेरणा के रूप में बताये जाते रहें।
शुभारंभ के इस अवसर पर अणुविभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सुराणा, महामंत्री भीखम सुराणा, अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत के अध्यक्ष विमल लोढ़ा ने अपने विचार रखें।
कार्यक्रम में विशेष रूप से अणुविभा के आध्यात्मिक पर्वेक्षक मुनि श्री मनन कुमार जी, संगठन मंत्री पायल चौरडिया, आचार्य महाश्रमण प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय सुराणा, अणुविभा गुजरात प्रभारी अर्जुन मेड़तवाल, अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत के मंत्री संजय बोथरा, अणुविभा सदस्य अनिल समदरिया, किड्स जोन के सयोजिका रेणु नाहटा, रेखा ढलावत, अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत के सभी पदाधिकारि, परामर्शक, कार्यकारणी सदस्य व समाज के सभी गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।
10 मई 2024 को अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अविनाश नाहर की अध्यक्षता में जीवन विज्ञान प्रशिक्षक प्रमाणपत्र वितरण समारोह का आयोजन जीवन विज्ञान विभाग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में अणुविभा पदाधिकारी, सदस्यों सहित जीवन विज्ञान के प्रशिक्षक, विद्यार्थी की गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम में ऑनलाइन प्रशिक्षण में जिन संभागियों ने उत्साह के साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर उतीर्ण हुए उनको अणुविभा अध्यक्ष द्वारा ज़ूम मीटिंग में ऑनलाइन प्रमाणपत्र वितरण किया गया। उपस्थित प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले संभागियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।
संगोष्ठी में सांसद राहुल कस्वां, रतन सिंह, गीता बेन रतवा, मितेश भाई पटेल के साथ ही अणुविभा के चीफ ट्रस्टी तेजकरण जैन, सलाहकार कैसी जैन, उपाध्यक्ष राजेश सुराणा, तेरापंथ सभा दिल्ली के अध्यक्ष सुखराज सेठिया, अणुव्रत इतिहास के संयोजक प्रमोद कुमार जैन, अणुव्रत आर्बिटेटर बोर्ड के सदस्य शांतिलाल जैन, जनप्रतिनिधि सम्मेलन के संयोजक बाबूलाल दुग्गड, बीकानेर संभाग के प्रभारी विनोद कुमार बच्छावत, अणुविभा के परामर्शक सुरेशराज जैन, कानुनी सलाहकार नवनीत दुग्गड पदमचंद दफ्तरी, अणुव्रत समिति दिल्ली के अध्यक्ष मनोज जैन, सचिव राजेश जैन, गोपेन्द्र नाथ भट्ट व नवीन शर्मा और आदि भी मौजूद थे। महामंत्री भीखम सुराणा ने आभार अभिव्यक्ति दी। संगठन मंत्री डॉ. कुसुम लुनिया ने संचालन किया।
भारती के तत्वावधान में साध्वीश्री अणिमाश्री जी के सानिध्य में आयोजित अणुव्रत संसदीय मंच द्वारा " राजनीति का आकाश और अणुव्रत" विषयक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। साध्वी श्री अणिमाश्री ने प्रेरक उदबोधन दिया। अणुव्रत गीत से साध्वीश्री सुधाप्रभा जी, साध्वीश्री सम्यक्तवयशा जी व समणी स्वर्णप्रज्ञा नें मंगलाचरण किया। अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने स्वागत वक्तव्य के साथ अणुव्रत का बात रखी। अणुव्रत संसदीय मंच के संयोजक अर्जुनराम मेघवाल केंद्रीय कानून, संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री एवं केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतिभा भौमिक, इंदौर के सांसद शंकर लाल लालवानी, जम्मू कश्मीर के जुगल किशोर, वडोदरा की रंजना भट्ट, जयपुर के रामचरण बोहरा, सिरसा की सुनीता दुग्गल, मेरठ के राजेन्द्र अग्रवाल, कर्नाटक के लहर सिंह सिरोया, महसाना की शांता बहन आदि ने प्रभावशाली रूप से अपने विचार रखे।
अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी के सानिध्य में व अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर की अध्यक्षता में ACC 2023 के प्रथम स्थान पाने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर अणुविभा के पदाधिकारीगण सहित अणुव्रत कार्यकर्ताओ की रही उपस्थिति। अणुव्रत अनुशास्ता के सम्मुख विद्यार्थियों ने दी अपनी प्रस्तुति।
मुंबई। नंदनवन में आयोजित 74वें अणुव्रत अधिवेशन के दौरान 19 नवम्बर को अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के सान्निध्य में अणुविभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सोहनलाल गांधी द्वारा सम्पादित पुस्तक 'अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य महाप्रज्ञ : ग्लोबल रिफ्लेक्शंस एंड ट्रिब्यूट्स' का लोकार्पण किया गया।
पुस्तक की प्रथम प्रति स्वीकार करते हुए आचार्यश्री ने कहा कि आचार्य श्री महाप्रज्ञ का एक महान व्यक्तित्व था। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सहित अनेक महत्वपूर्ण व्यक्ति उनके संपर्क में आये। ऐसे महानुभावों के विचार इस पुस्तक में शामिल किये गये हैं। डॉ. सोहनलाल गांधी अणुव्रत के विशिष्ट कार्यकर्ता हैं। अणुविभा के अंतरराष्ट्रीय कार्यों में उनका विशिष्ट योगदान रहा है। वर्तमान में भी वे अणुव्रत का कार्य कर रहे हैं, यह अच्छी बात है।
पुस्तक का परिचय प्रदान करते हुए अणुविभा के प्रबंध न्यासी तेजकरण सुराणा ने इसे संग्रहणीय ग्रंथ बताया। इस अवसर पर अणुविभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप दुगड़, उपाध्यक्ष राजेश सुराणा, महामंत्री भीखम सुराणा, अमृत महोत्सव संयोजक संचय जैन सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
राजसमंद | अणुव्रत विश्व भारती के 'स्कूल विद् ए डिफरेंस' प्रकल्प के पहले दिन 2 नवम्बर को बाल शैक्षिक मनोविज्ञान के चितेरे 'बाल प्रहरी' के संपादक उत्तराखंड के उदय किरोला ने नव प्रभात सीनियर सेकंडरी स्कूल और प्रगति स्कूल एमड़ी में 'टोपीलाल' की रोचक कहानी के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक सरोकारों को कक्षा छह से आठ के बच्चों के साथ साझा किया।
बाल विमर्श का दूसरा दिन सुभाष सीनियर सेकंडरी स्कूल, धोइन्दा और आदर्श विद्या मन्दिर, कांकरोली को समर्पित रहा। दोनों ही विद्यालयों में उदय किरोला ने टोपीलाल की कहानी की प्रस्तुति के साथ अच्छी आदतों
को अपनाने के लिए मोटिवेशन दिया। धोइन्दा स्थित गायत्री पब्लिक सीनियर सेकंडरी स्कूल और एपेक्स सीनियर सेकंडरी स्कूल में कथा कथन का तीसरा दिन बच्चों के जिज्ञासु चेहरों और ठहाकों के नाम रहा। कहानी कथन के सत्रों में संस्था प्रधानों, विद्यालय के शिक्षकों, 'बच्चों का देश' पत्रिका के सह सम्पादक प्रकाश तातेड़, शिक्षासेवी डॉ. राकेश तैलंग आदि की उपस्थिति रही। अणुविभा के प्रशिक्षक जगदीश बैरवा ने बच्चों को जीवन विज्ञान के व्यावहारिक प्रयोगों का अभ्यास करवाया।
वडोदरा । साध्वीश्री मंजुयशा ने कहा कि अणुव्रत सबको मानवता का पावन संदेश तथा नैतिकता, सद्भावना एवं नशामुक्ति का जीवन जीने की प्रेरणा देता है। साध्वीश्री मंजुयशा अणुव्रत समिति की ओर से वडोदरा के सेंट्रल जेल में आयोजित कार्यक्रम में करीब 700 कैदियों को संबोधित कर रही थीं। साध्वीश्री ने कहा कि गलती करना कोई बड़ी बात नहीं, किंतु भविष्य में ऐसी गलती न हो तो इस बंधन से मुक्ति हो सकती है। साध्वीश्री ने नशामुक्ति के लिए ध्यान का सामहिक प्रयोग करवाया। कई कैदियों ने नशामुक्ति और अच्छा जीवन जीने का भी संकल्प ग्रहण किया। आई.पी.एस. अधिकारी जगदीश बांगरवा, वेलफेयर ऑफिसर महेश राठोड एवं जेलर विपुलभाई बारिया ने साध्वी वृंद के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
मुंबई | अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी की ओर से समाज को ड्रग्स के व्यसन रूपी अभिशाप से मुक्त कराने के लिए चलाये जा रहे अभियान के तहत 19 दिसम्बर को बॉम्बे हॉस्पिटल के बिरला मातुश्री सभागार में 'एलीवेट : एक्सपीरिएंस द रियल हाई' कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण ने पावन पाथेय प्रदान करते हुए कहा कि ईमानदारी आध्यात्मिक चिकित्सा का केन्द्र है। आदमी को ईमानदारी रखने और अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने का प्रयास करना चाहिए। जीवन संयमित हो, अहिंसा की चेतना हो, ईमानदारी हो। जीवन में नशामुक्तता रहे। इस अवसर पर मुख्यमुनि महावीरकुमार, अणुव्रत विश्व भारती के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि मननकुमार, मुनि डॉ. अभिजीतकुमार, मुनि जागृतकुमार व अन्य विशिष्ट संतों की महत्वपूर्ण उपस्थिति रही। भारतीय जीवन बीमा निगम के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने कहा कि आचार्य श्री महाश्रमण जैसे महान संत से आध्यात्मिक प्रेरणा मिले तो समाज नशे से मुक्त हो जाएगा। ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. फारूख ई. उदवाड़िया ने कहा कि जीवन में आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त हो तो नशामुक्तता रह सकती है।
बीएमसी के म्यूनिसिपल कमिश्नर डॉ. इकबाल सिंह चहल ने कहा कि मुंबई को ड्रग्स एडिक्शन से मुक्त कराने की दिशा में बीएमसी काम कर रही है। अणुव्रत विश्व भारती के साथ जुड़कर हम इस मुहिम को और गति दे सकते हैं। प्रसिद्ध संगीतकार अनु मलिक ने ड्रग्स निवारण के संदर्भ में आचार्यश्री से प्रेरणा लेकर तत्काल रचित एक गीत की कुछ पंक्तियां सुनायीं।
अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने कहा कि इस कार्यक्रम में मुंबई क्षेत्र के विशिष्ट व्यक्तियों का आना महत्वपूर्ण है। भविष्य में भी आप इस कार्यक्रम से जुड़े रहेंगे तो न केवल मुंबई और भारत, बल्कि पूरे विश्व तक इस गूँज को पहुँचा कर नशे की लत को समाप्त करने का हम सलक्ष्य प्रयास कर सकेंगे।
मुंबई के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस सत्यनारायण चौधरी, प्रसिद्ध अभिनेता सुनील शेट्टी, बॉम्बे हॉस्पिटल के डीन व न्यूरो फिजिशियन डॉ. एस. वी. खाडीकर, एमएमआरडीए के कमिश्नर संजय मुखर्जी, एचडीएफसी के सीईओ और एमडी आदित्य पुरी, जेएनपीटी के चेयरमैन संजय शेट्टी, वेलस्पन इंडिया के चेयरमैन बी. के. गोयनका, लक्ष्मी ऑर्गेनिक के चेयरमैन रवि गोयनका, शुभकाम वेन्चर्स के चेयरमैन राकेश कठोतिया, मैकडोनल्ड इंडिया के चेयरमैन अमित जटिया, सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट आर. के. शर्मा, हलीमा अजीज यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सैयद अहमद इकबाल, अणुविभा के ट्रस्टी सुमतिचंद गोठी ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन मुनिश्री कुमारश्रमण ने किया।
इससे पहले बॉम्बे हॉस्पिटल के चेयरमैन बीके तापड़िया ने आचार्य श्री महाश्रमण के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। बॉम्बे हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन तथा एलीवेट कार्यक्रम के संयोजक डॉ. गौतम भंसाली ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के दूसरे संयोजक कस्टम कमिश्नर अशोक कोठारी ने आभार ज्ञापित किया।
किशनगंज । अणुव्रत समिति की ओर से एम. जी. एम. मेडिकल कॉलेज में 9 दिसम्बर को जीवन विज्ञान पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के जीवन विज्ञान प्रकल्प के राष्ट्रीय संयोजक रमेश पटावरी ने कार्यक्रम में लगभग 600 नर्सिंग छात्रों को बताया कि जीवन विज्ञान के प्रयोगों को प्रतिदिन 20 मिनट देकर अपनी लाइफ को हैप्पी बना सकते हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों को ताड़ासन, सम्पादासन, कोणासन का अभ्यास करवाया तथा इनसे होने वाले लाभों के बारे में बताया। पटावरी ने बीच-बीच में विद्यार्थियों से सवाल भी किये और विद्यार्थी बड़े उत्साह से उन प्रश्नों के जवाब दे रहे थे। रमेश पटावरी ने सेमिनार के अंत में संकल्प का भी प्रयोग करवाया।
कार्यक्रम में एमजीएम यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ. दिलीप जयसवाल का अमूल्य सहयोग प्राप्त हुआ। इससे पहले अणुव्रत समिति अध्यक्ष रश्मि बैद ने अतिथियों का स्वागत किया। सह मंत्री सोनम लुनिया ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया।
राजसमंद | अणुव्रत विश्व भारती के 'स्कूल विद् ए डिफरेंस' प्रकल्प के पहले दिन 2 नवम्बर को बाल शैक्षिक मनोविज्ञान के चितेरे 'बाल प्रहरी' के संपादक उत्तराखंड के उदय किरोला ने नव प्रभात सीनियर सेकंडरी स्कूल और प्रगति स्कूल एमड़ी में 'टोपीलाल' की रोचक कहानी के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक सरोकारों को कक्षा छह से आठ के बच्चों के साथ साझा किया।
बाल विमर्श का दूसरा दिन सुभाष सीनियर सेकंडरी स्कूल, धोइन्दा और आदर्श विद्या मन्दिर, कांकरोली को समर्पित रहा। दोनों ही विद्यालयों में उदय किरोला ने टोपीलाल की कहानी की प्रस्तुति के साथ अच्छी आदतों
को अपनाने के लिए मोटिवेशन दिया। धोइन्दा स्थित गायत्री पब्लिक सीनियर सेकंडरी स्कूल और एपेक्स सीनियर सेकंडरी स्कूल में कथा कथन का तीसरा दिन बच्चों के जिज्ञासु चेहरों और ठहाकों के नाम रहा। कहानी कथन के सत्रों में संस्था प्रधानों, विद्यालय के शिक्षकों, 'बच्चों का देश' पत्रिका के सह सम्पादक प्रकाश तातेड़, शिक्षासेवी डॉ. राकेश तैलंग आदि की उपस्थिति रही। अणुविभा के प्रशिक्षक जगदीश बैरवा ने बच्चों को जीवन विज्ञान के व्यावहारिक प्रयोगों का अभ्यास करवाया।
वडोदरा । साध्वीश्री मंजुयशा ने कहा कि अणुव्रत सबको मानवता का पावन संदेश तथा नैतिकता, सद्भावना एवं नशामुक्ति का जीवन जीने की प्रेरणा देता है। साध्वीश्री मंजुयशा अणुव्रत समिति की ओर से वडोदरा के सेंट्रल जेल में आयोजित कार्यक्रम में करीब 700 कैदियों को संबोधित कर रही थीं। साध्वीश्री ने कहा कि गलती करना कोई बड़ी बात नहीं, किंतु भविष्य में ऐसी गलती न हो तो इस बंधन से मुक्ति हो सकती है। साध्वीश्री ने नशामुक्ति के लिए ध्यान का सामहिक प्रयोग करवाया। कई कैदियों ने नशामुक्ति और अच्छा जीवन जीने का भी संकल्प ग्रहण किया। आई.पी.एस. अधिकारी जगदीश बांगरवा, वेलफेयर ऑफिसर महेश राठोड एवं जेलर विपुलभाई बारिया ने साध्वी वृंद के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
जयपुर । अणुव्रत समिति की ओर से चलाए जा रहे विद्यार्थी चरित्र निर्माण अभियान के तहत विद्याधर नगर के माहेश्वरी गर्ल्स पब्लिक स्कूल में 3 नवम्बर को मुनिश्री तत्त्वरुचि तरुण के सान्निध्य में आयोजित कार्यक्रम में 4000 छात्राओं ने अणुव्रत के संकल्प ग्रहण किये।
मुनिश्री ने छात्राओं को जीवन विज्ञान के विभिन्न प्रयोग करवाने के साथ ही बालिका भ्रूण हत्या और नशा नहीं करने के संकल्प भी करवाये। इससे पहले प्रिंसिपल सुनीता वशिष्ठ ने मुनिश्री का स्वागत किया।
अणुव्रत समिति अध्यक्ष विमल गोलेछा ने बताया कि इस अभियान का सकारात्मक प्रभाव विद्यार्थियों में देखने को मिल रहा है। मुनिश्री तत्त्वरुचि तरुण ने अभियान के तहत विभिन्न विद्यालयों के दस हजार से अधिक विद्यार्थियों तथा लगभग 400 शिक्षक-शिक्षिकाओं को अणुव्रत दर्शन से परिचित कराया तथा नैतिकता, सद्भावना और नशामुक्ति के संकल्प करवाये।
अणुव्रत समिति की मंत्री डॉ. जयश्री सिद्धा, सहमंत्री कमलेश बरडिया, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र सेखानी आदि ने विद्यालयों को अणुव्रत आचार संहिता का बोर्ड तथा साहित्य भेंट किया।
अणुव्रत अमृत महोत्सव के उपलक्ष में नवम्बर माह के दौरान देशभर में पर्यावरण जागरुकता अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। देशभर में फैली अणुव्रत समितियों ने ईको फ्रेंडली फेस्टिवल के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। सार्वजनिक स्थानों पर बैनर, पोस्टर लगाकर लोगों को पर्यावरण जागरुकता बनाये रखने की शपथ दिलायी गयी। स्कूलों मेंआयोजित कार्यक्रमों में विद्यार्थियों और शिक्षकों को दीपावली के दौरान पटाखों के इस्तेमाल से हो रहे ध्वनि, वायु एवं जल प्रदूषण के बारे में अवगत कराते हुए ईको फ्रेंडली फेस्टिवल मनाने का अनुरोध किया गया। बच्चों को पटाखे नहीं छोड़ने की प्रेरणा दी गयी। विशिष्ट जनों ने वीडियो संदेश के माध्यम से लोगों को प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने की प्रेरणा दी।
जोधपुर अणुव्रत समिति की ओर से संयोजक राजू मेहता की फैक्ट्री में, फारबिसगंज अणुव्रत समिति द्वारा एएनएम नर्सिंग स्कूल एंड हॉस्टल के परिसर में तथा इस्लामपुर अणुव्रत समिति द्वारा नेताजी एकेडमी चिल्ड्रेस हाई स्कूल में अणुव्रत वाटिका का शुभारंभ किया गया।
मुंबई | अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी की ओर से अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के सान्निध्य में 16 नवम्बर की सुबह दो दिवसीय अणुव्रत लेखक सम्मेलन शुरू हुआ। आचार्यश्री ने कहा कि लेख-आलेख-पुस्तकों के माध्यम से समाज के लिए अच्छी सामग्री परोसी जा | सकती है। लेखक अपने लेखन के माध्यम से पाठकों को एक अच्छा और सार्थक जीवन जीने की प्रेरणा दे सकते हैं। इससे पहले अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने अणुव्रत लेखक सम्मेलन की रूपरेखा प्रस्तुत की।
मुख्य अतिथि गांधी शांति प्रतिष्ठान नयी दिल्ली के अध्यक्ष व गांधी मार्ग पत्रिका के संपादक कुमार प्रशांत ने कहा कि आज अनास्था की ऐसी आंधी चल रही है कि आस्था को पाँव जमाकर रखने की जरूरत है। नवभारत टाइम्स ग्रुप मुंबई के वरिष्ठ संपादक कैप्टन सुरेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि आचार्य श्री महाश्रमण के उद्गारों को यदि आचरण में उतार लिया जाये तो जीवन सफल बन सकता है। दोपहर के सत्र में साहित्यकारों ने एक-दूसरे का परिचय प्राप्त किया।
इसके बाद आयोजित सत्र में वरिष्ठ साहित्यकारों ने 'स्वस्थ समाज के निर्माण में लेखकों की भूमिका' विषय पर चिंतन- मनन किया। अणुव्रत के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री मनन कुमार ने कहा कि आज हम अखंड विशाल भारत का रूप देखते हैं, उसमें साहित्यकारों की भी भूमिका रही है। जहाँ साहित्य का पठन अच्छा होता है, वहाँ के लोगों में वैचारिक परिपक्वता भी बहुत अच्छी होती है। अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने अणुव्रत के सिद्धांतों को सरल और हृदयग्राही शब्दों में प्रसारित करने का आह्वान किया। अणुव्रत पत्रिका के सम्पादक संचय जैन ने कहा कि आचार्य श्री तुलसी ने अणुव्रत के रूप में 'संयम ही जीवन है' का छोटा-सा सूत्र दिया। यह हम पर निर्भर करता है कि इस सूत्र को किस रूप में हम अंगीकार करते हैं। इसके बाद हुई काव्य गोष्ठी में साहित्यकारों ने समाज को दिशा-दर्शन करने वाली रचनाएं सुनायीं। रात्रिकालीन सत्र में अणुव्रत अनुशास्ता ने विशेष अनुग्रह करते हुए संभागी लेखकों के साथ व्यक्तिशः संवाद का अवसर प्रदान किया।
अणुविभा की ओर से 17 नवम्बर की सुबह प्रवचन पांडाल में जाने-माने उद्घोषक, वरिष्ठ साहित्यकार तथा पं. जवाहर लाल नेहरू बाल अकादमी राजस्थान के अध्यक्ष इकराम राजस्थानी को अणुव्रत लेखक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके तहत उन्हें स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र, अंगवस्त्र एवं 51 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया। इस अवसर पर आचार्य श्री महाश्रमण ने कहा कि साहित्यकार अपने लेखन के माध्यम से अणुव्रत दर्शन को आमजन तक पहुँचाएं। सम्मेलन के अंतिम चरण में साहित्यकारों ने साझी उद्घोषणा जारी की।
अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी की ओर से 17 नवम्बर की सुबह अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के पावन सान्निध्य में आयोजित समारोह में अणुव्रत महासमिति के पूर्व अध्यक्ष, रीछेड़ निवासी, दादर (मुंबई) प्रवासी वरिष्ठ श्रावक तथा अणुव्रत सेवी डालचंद कोठारी को अणुव्रत गौरव सम्मान से अलंकृत किया गया। इसके तहत उन्हें स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र एवं अंग वस्त्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर डालचंद विनोद भरत कोठारी परिवार की ओर से अणुविभा को 3 लाख रुपये के अनुदान की घोषणा की गई।
अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के सान्निध्य में 20 नवम्बर को आयोजित समारोह में जीवन विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राकेश खटेड़ को जीवन विज्ञान पुरस्कार 2023 प्रदान किया गया। इसके तहत उन्हें स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र, अंग वस्त्र और एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया। मुनिश्री योगेश कुमार ने राकेश खटेड़ द्वारा पिछले दो-तीन दशकों में जीवन विज्ञान के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को रेखांकित किया। राकेश खटेड़ परिवार की ओर से अणुविभा को 2 लाख रुपये के अनुदान की घोषणा की गयी।
सम्मान समारोह के बाद अणुव्रत अधिवेशन में हिस्सा लेने वाले सभी प्रतिभागी अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण की सन्निधि में पहुँचे। वहाँ अधिवेशन की निष्पत्ति व कार्यविधि का ब्योरा आचार्य प्रवर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस पर आचार्यश्री ने अमृत महोत्सव के लक्ष्य की समीक्षा करते हुए इसे प्राप्त करने के लिए और अधिक प्रयास करने का आह्वान किया। अधिवेशन में नेपाल सहित पूरे भारत से अणुविभा और 66 अणुव्रत समितियों एवं मंचों से 319 सहभागी शामिल हुए।
अधिवेशन की सफल आयोजना में संयोजक विनोद कोठारी, सह संयोजक मनोज सिंघवी एवं विजय संचेती का सक्रिय योगदान रहा। अधिवेशन के सह संयोजक व अणुव्रत समिति मुम्बई के अध्यक्ष रोशनलाल मेहता, मंत्री राजेश चौधरी, कोषाध्यक्ष ख्यालीलाल कोठारी, किरण परमार, अशोक मादरेचा, डिम्पल हिरण, सुशील हिरण, दिनेश सिंघवी, सुभाष मेहता, राजू मेहता एवं सम्पूर्ण टीम का श्रम उल्लेखनीय रहा। अणुव्रत मीडिया टीम के संयोजक पंकज दूधोड़िया, जयंत सेठिया व महावीर बड़ाला ने समाचार संप्रेषण में सजगता के साथ अपना योगदान दिया।
अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर को पारिवारिक चिकित्सकीय अनिवार्यताओं के चलते जयपुर लौटना पड़ा लेकिन वे निरंतर अणुविभा टीम के सम्पर्क में रहे और मार्गदर्शन प्रदान करते रहे। वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप दुगड़ एवं
मुंबई | अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में 74वां अणुव्रत अधिवेशन 18 नवम्बर की सुबह अणुव्रत ध्वजारोहण के साथ शुरू हुआ। तीन दिवसीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण ने अमृत देशना में कहा कि अणुव्रत जन सेवा का सुंदर माध्यम है। यह केवल जैन समाज के लिए ही नहीं है, बल्कि जन-जन के लिए है। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी विराट संस्था है। इसका अपना तंत्र है। इस तंत्र का उपयोग अहिंसा, सद्भावना, नशामुक्ति के प्रसार में हो। यह संस्था अणुव्रत के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करे। मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए अपनी शक्ति का नियोजन करती रहे।
अणुव्रत के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री मनन कुमार ने कहा कि अणुविभा के पास समर्पित कार्यकर्ताओं की टीम है जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। अणुविभा के राष्ट्रीय महामंत्री भीखम सुराणा ने महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला तथा उपाध्यक्ष विनोद कोठारी ने अधिवेशन की रूपरेखा प्रस्तुत की।
इसके बाद हुए सत्र में मुनिश्री डॉ. अभिजीत कुमार ने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान मुंबई के करीब पचास कॉलेजों में 'एलीवेटः एक्सपीरीयंस द रियल हाई' नाम से नशामुक्ति के कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिनमें हजारों विद्यार्थियों ने नशामुक्त रहने का संकल्प लिया। मुनिश्री जागृत कुमार ने डिजिटल डिटॉक्स कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए लोगों को डिजिटल एडिक्शन से छुटकारा दिलाने का आह्वान किया।
दोपहर बाद के सत्र में अणुविभा के सहमंत्री मनोज सिंघवी ने अधिवेशन में देश भर से आये प्रतिनिधियों का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया।
अधिवेशन के दूसरे दिन 19 नवम्बर की सुबह नंदनवन में अणुव्रत रैली निकाली गयी। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण ने अमृत देशना में कहा, "अणुव्रत संयम के विकास का, चारित्रिक उत्थान का कार्यक्रम है। यह बिना किसी जाति-पांति के भेदभाव के प्रत्येक व्यक्ति के विकास का कार्यक्रम है। जन-जन के बीच इसका प्रचार-प्रसार होता रहे, यह काम्य है।"
मुख्य मुनिश्री महावीर कुमार ने अणुव्रत कार्यकर्ताओं से कहा कि कार्य की निरंतर समीक्षा व अनुवर्तन तथा प्राप्त जिम्मेदारी और क्रियान्विति की स्वयंस्फूर्त रिपोर्टिंग – यह सुनिश्चित किया जाये तो संस्था की प्रगति और कार्यकर्ता का विकास दोनों एक साथ सम्भव हो सकता है।
साध्वीप्रमुखा श्री विश्रुतविभा ने कहा कि सुख- शांति से जीना है तो अणुव्रत के घोष - 'संयमः खलु जीवनम्' को समझना होगा, उसे जीवन में उतारना होगा। अणुव्रत
कार्यकर्ताओं ने साध्वीवर्याश्री सम्बुद्धयशा के भी दर्शन किये व आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुमुक्ष श्री धनराज बैद के सम्मान में 19 नवम्बर को आयोजित मंगल भावना कार्यक्रम में अणुव्रत के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री मनन कुमार ने कहा कि अणुव्रत के माध्यम से व्यक्ति किस प्रकार क्रमिक विकास करता है, इसका साक्षात उदाहरण आज हम धनराज जी के रूप में देख रहे हैं।
कार्यक्रम में अणुविभा की ओर से अंगवस्त्र और शॉल ओढ़ाकर अणुव्रत गौरव मुमुक्षु धनराज बैद का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन अणुविभा कार्यसमिति सदस्य प्रमोद घोड़ावत ने किया।
अणुव्रत अधिवेशन में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा व महामंत्री अमित नाहटा अपनी टीम के साथ उपस्थित हुए एवं अणुव्रत के कार्यों में पूर्ण सहयोग का विश्वास दिलाया।
इसके बाद आयोजित वार्षिक साधारण सभा में अणुविभा महामंत्री भीखम सुराणा ने वर्ष 2022-23 का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप दुगड़ ने आय-व्यय का विवरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विभिन्न प्रकल्पों में उत्कृष्ट योगदान के लिए विभिन्न समितियों को सम्मानित किया गया। अणुविभा के विभिन्न प्रकल्पों के लिए अर्थ संबल प्रदान करने वाले अणुव्रत संरक्षकों तथा अणुव्रत संपोषकों को भी सम्मानित किया गया।
महानगर श्रेणी : प्रथम - मुम्बई, द्वितीय - जयपुर, तृतीय - दिल्ली
नगर श्रेणी : प्रथम - गुवाहाटी, हिसार, द्वितीय - भीलवाड़ा, तृतीय - सिलीगुड़ी
शहर श्रेणी : प्रथम - पाली, द्वितीय - जसोल, तृतीय - चाड़वास
अध्यक्षीय प्रोत्साहन : कोलकाता, अहमदाबाद, ग्रेटर सूरत, लाडनूं, कटक, छापर, बालोतरा, काठमांडू, गंगाशहर, दिवेर, पालघर, नोगांव, बारडोली, राजसमंद, चूरू, चलथान, गाजियाबाद।
मुंबई | अणुव्रत आंदोलन की प्रतिनिधि संस्था अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी (अणुविभा) ने विभिन्न क्षेत्रों में दिये जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा की है। वर्ष 2023 का सर्वाधिक प्रतिष्ठित 'अणुव्रत पुरस्कार' मानवीय मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता, सादगीपूर्ण जीवनशैली एवं नैतिक मूल्यों के प्रति निष्ठा के लिए जाने-माने उद्योगपति व समाजसेवी रतन टाटा को दिया जाएगा। इसके अन्तर्गत डेढ़ लाख रुपये का चेक, स्मृति चिह्न एवं प्रशस्ति पत्र भेंट किया जाता है। अणुवा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के सान्निध्य मं 1 अक्टूबर को अन्य पुरस्कारों की भी घोषणा की।
वरिष्ठ साहित्यकार व गीतकार, रेडियो उद्घोषक एवं वर्तमान में पं. जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी राजस्थान के अध्यक्ष इकराम राजस्थानी को 'अणुव्रत लेखक पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इसके तहत 51 हजार रुपये का चेक, स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जाएंगे।
अणुव्रत आंदोलन को अपनी सुदीर्घ समर्पित सेवाएं प्रदान करने के लिए अणुव्रत कार्यकर्ता व अणुव्रत महासमिति के पूर्व अध्यक्ष मुंबई के डालचंद कोठारी को 'अणुव्रत गौरव सम्मान' प्रदान किया जाएगा। इसके तहत स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
नयी पीढ़ी के सन्तुलित विकास हेतु अणुव्रत आंदोलन के महत्वपूर्ण प्रकल्प जीवन विज्ञान कार्यक्रम को अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए दक्ष प्रशिक्षक चेन्नई के राकेश खटेड़ को 'जीवन विज्ञान पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इसके अन्तर्गत एक लाख रुपये का चेक, स्मृति चिह्न एवं प्रशस्ति पत्र भेंट किया जाता है।
मुंबई। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के प्रवचन के दौरान 2 अक्टूबर को अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने डिजिटल डिटॉक्स कार्यक्रम के बैनर का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के उपयोग को संयमित करने हेतु आमजन को जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। इस अवसर पर डिजिटल डिटॉक्स कार्यक्रम के राष्ट्रीय संयोजक प्यारचंद मेहता, सह संयोजक दलपत बाबेल व ललित मेहता, अणुव्रत समिति मुंबई के अध्यक्ष रोशन मेहता, मंत्री राजेश चौधरी आदि उपस्थित थे।
11 अक्टूबर को मुकेश पटेल स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट विले पार्ले तथा एस. एन. डी. टी. वीमन्स यूनिवर्सिटी सांताक्रूज में आयोजित कार्यक्रमों में डॉ. अभिजीत मुनि ने इस के दुष्परिणामों से अवगत कराया तथा इससे बचने के उपायों की जानकारी दी। जागृत मुनि ने मोबाइल के एडिक्शन से बचने के उपाय बताये।
मुंबई। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के चतुर्मास प्रवास स्थल नंदन वन में अणुव्रत विश्व भारती का प्रकल्प किडजोन बच्चों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहाँ महात्मा गांधी जयंती पर गांधीजी, मोदीजी, मुन्ना भाई, सर्किट का रूप धरे बच्चों ने लोगों का मन मोहलिया। गुरुदेव ने महती कृपा कर बच्चों की प्रस्तुति को गौर से देखा और आशीष प्रदान करते हुए कहा कि मुंबई का यह किडजोन पिछले अनेक किडजोन की अपेक्षा विशाल और ज्यादा उपयोगी लग रहा है।
अणुविभा के जीवन विज्ञान विभाग द्वारा 23 अगस्त से 5 सितम्बर तक आयोजित ऑनलाइन जीवन विज्ञान प्रशिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला के लेवल-1 का परिणाम राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर की अध्यक्षता में आयोजित जूम मीटिंग में 15 अक्टूबर को घोषित किया गया। इसमें सफल 139 प्रतिभागियों की घोषणा करते हुए नाहर ने कहा कि आगे के लेवल हेतु ऑफलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन शीघ्र ही प्रस्तावित है। अणुव्रत अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन, अणुविभा के महामंत्री भीखम सुराणा, कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक एवं राष्ट्रीय जीवन विज्ञान प्रशिक्षण प्रभारी राकेश खटेड़, जीवन विज्ञान के राष्ट्रीय संयोजक रमेश पटावरी, राष्ट्रीय तकनीकी प्रभारी विमल गुलगुलिया ने भी विचार रखे।
राजसमंद। अणुविभा मुख्यालय में 3 से 5 अक्टूबर तक अणुव्रत बालोदय शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान हुई बाल संसद में नशे की समस्या और समाधान के 'उपाय' विषय पर चली बहस के बाद एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया, जिसके मुख्य बिंदु थे |
मुंबई | अणुव्रत यात्रा प्रणेता अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण ने पावन प्रतिबोध प्रदान करते हुए कहा कि आदमी के भीतर अनेक प्रकार की वृत्तियां होती हैं। वृत्तियां अच्छी भी हो सकती हैं और बुरी भी हो सकती हैं। आदमी
को ऐसा प्रयास करना चाहिए कि वह दुष्प्रवृत्तियों से बचते हुए सद्प्रवृत्तियों से भावित हो । आचार्य श्री 1 अक्टूबर को घोड़बंदर रोड स्थित नंदन वन में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के पहले दिन सांप्रदायिक सौहार्द दिवस के अवसर पर उपस्थित जनमेदिनी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आदमी को एकत्व की भावना का विकास करने का प्रयास करना चाहिए। साध्वीप्रमुखा विश्रुतविभाजी ने भी उपस्थित जनता को उद्बोधित किया। अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने भी विचार रखे।
अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के निर्देशन में अणुव्रत आन्दोलन द्वारा मानवीय मूल्यों के संवर्धन हेतु अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का अभिनव आयोजन 1 से 7 अक्टूबर तक किया गया। इस दौरान संपूर्ण भारतवर्ष के साथ ही नेपाल की अणुव्रत समितियों की ओर से आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से अणुव्रत दर्शन जन-जन तक पहुँचा। अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर, अणुव्रत अमृत महोत्सव के संयोजक संचय जैन, अणुविभा महामंत्री भीखम सुराणा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप दुगड़, उपाध्यक्ष राजेश सुराणा, विनोद कोठारी, माला कातरेला समेत प्रबन्ध मण्डल के पदाधिकारियों, संगठन मंत्रियों, राज्य प्रभारियों व कार्यसमिति के सदस्यों ने विभिन्न स्थानों पर अपनी गरिमामयी उपस्थिति से समितियों व मंचों को गौरवान्वित किया।
मुंबई | अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में 'अणुव्रत प्रबोधन कार्यकर्ता निर्माण शिविर का आयोजन अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण की सन्निधि में 12 अक्टूबर को नंदनवन परिसर में हुआ।
प्रथम सत्र में अणुव्रत के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री ने मनन कुमार ने अणुव्रत के नियम एवं आचार संहिता के बारे में बताने के साथ ही वर्गीय अणुव्रत पर प्रशिक्षण दिया। मुंबई के कमल नौलखा ने पर्यावरण संरक्षण विषय पर पीपीटी द्वारा प्रस्तुति दी। मुनिश्री अभिजीत कुमार ने नशामुक्ति के विषय में प्रशिक्षण दिया।
2 अक्टूबर को मुनिश्री मोहजीत कुमार ने अणुव्रत का इतिहास विषय पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया। मुनिश्री सिद्ध कुमार ने दैनिक चर्या में अणुव्रत के प्रयोग की शिक्षा दी। अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर ने संस्था की कार्यपद्धति और गतिविधियों की जानकारी दी।
सभी संभागियों ने प्रशिक्षण हेतकृतज्ञता ज्ञापित करते हुए अणुव्रत का कार्य करने का संकल्प लिया। शिविर के राष्टरीय संयोजक डॉ. कमलेश नाहर ने धन्यवाद ज्ञापन किया। ऑनलाइन प्रशिक्षण का क्रम निरंतर जारी है। इसी बीच व्यक्तिश: प्रशिक्षण का यह प्रयोग नई संभावना जगाता है।
सिलीगुड़ी। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में अणुव्रत समिति सिलीगुड़ी द्वारा पूर्वांचल अणुव्रत कार्यकर्ता संगोष्ठी का आयोजन 8 अक्टूबर को किया गया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुनिश्री प्रशांत कुमार ने कहा कि अणुव्रत का जितना व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा, उतना ही मानव जाति का उत्थान होगा।
अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने कहा कि अणुव्रत आंदोलन को और अधिक गति देनी है जिससे विश्व में भारत की पहचान आध्यात्मिकता के साथ-साथ नैतिक, प्रामाणिक एवं स्वस्थ आचार-विचार के रूप में व्यापक बने।
मुख्य अतिथि अमित जैन के अलावा अणुविभा के राष्ट्रीय महामंत्री भीखम सुराणा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप दुगड़ तथा अन्य पदाधिकारियों ने विचार रखे। बंगाल, बिहार, असम और नेपाल के 16 क्षेत्रों के 70 कार्यकर्ता इस संगोष्ठी में शामिल हुए।
अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में पर्यावरण जागरुकता अभियान के तहत सिलीगुड़ी अणुव्रत समिति द्वारा फुलबारी बाईपास स्थित टी लीफ रिजॉर्ट में निर्मित अणुव्रत वाटिका तथा अणुव्रत पथ का उद्घाटन अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने किया।
ग्रेटर सूरत अणुव्रत समिति की ओर से टी. डी. वशी शिशु विद्यालय परिसर में अणुव्रत वाटिका का शुभारंभ 5 अक्टूबर को विद्यालय के ट्रस्टी अणुव्रत सेवी लक्ष्मीलाल बाफना ने किया।
बालोतरा अणुव्रत समिति द्वारा अणुव्रत वाटिका का शुभारंभ मदर टेरेसा सीनियर सेकंडरी विद्यालय में किया गया। वाटिका में कई किस्म के पौधे लगाये गये हैं।
चाड़वास । अणुव्रत अमृत महोत्सव के उपलक्ष में विभिन्न स्थानों पर अणुव्रत समितियों के सहयोग से अणुव्रत बालोदय किडजोन संचालित करने का कार्यक्रम हाथ में लिया गया है। इसकी शुरुआत हुई राजस्थान के छोटे-से कस्बे चाड़वास से अणुव्रत समिति की ओर से यहाँ 22 सितम्बर को अणुव्रत बालोदय किडजोन का शुभारंभ किया गया। मुनिश्री जम्मू स्वामी ने मंगल पाठ सुनाया। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवा, अणुव्रत अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैिन, अणुविभा के महामंत्री भीखम सुराणा, अणुव्रतः बालोदय किडजोन के राष्ट्रीय संयोजक चमन दुधोहिया आदि ने विचार रखे। इससे पहले चाड़वास अणुव्रत समिति के अध्यक्ष विनोद बच्छावत व मंत्री जगदीश ज्याणी ने अतिथियों का अणुव्रत दुपट्टा पहना कर स्वागत किया।
मुंबई। अणुव्रत अनुशास्ता परमपूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के चतुर्मास प्रवास स्थल नंदन वन में अणुव्रत विश्व भारती का प्रकल्प अणुव्रत बालोदय किडजोन अभिभावकों और बच्चों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण 29 अगस्त को किडजोन में पधारे और यहाँ की गतिविधियों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि यहाँ जैन, जैनेतर सभी बच्चे आकर अणुव्रत के नियमों को जान सकते हैं और नैतिक मूल्यों को पहचान सकते हैं। मुख्य मुनिश्री महावीर कुमार तथा अन्य चारित्रात्माओं ने भी किडजोन का अवलोकन किया। अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने आचार्य प्रवर को किडजोन में विकसित की गयी विभिन्न प्रवृत्तियों के बारे में जानकारी प्रदान की।
प्रवृत्तियों के बारे में जानकारी प्रदान की। किडजोन की संयोजिका सुमन चपलोत एवं सह संयोजिका मीना बडाला के संयोजकत्व में समर्पित कार्यकर्ताओं की टीम यहाँ आने वाले बच्चों को नैतिक मूल्यों पर आधारित शॉर्ट मूवीज दिखाने के साथ ही साथ खेल-खेल में उन्हें मानवीय मूल्यों से परिचित कराती है। अब तक लगभग 6000 बच्चे और लगभग 1500 अभिभावक किडजोन की विजिट कर चुके हैं।
असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, उनकी धर्मपत्नी अनिता कटारिया और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नसीम खान किडजोन का अवलोकन करने पहुँचे। अणुव्रत अध्यक्ष अविनाश नाहर, अणुव्रत समिति, मुंबई के अध्यक्ष रोशन मेहता एवं अन्य पदाधिकारियों ने सभी का स्वागत किया।
गंगाशहर। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में बीकानेर संभाग स्तरीय अणुव्रत कार्यकर्ता संगोष्ठी का आयोजन 23-24 सितम्बर को आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान में हुआ। शासनश्री साध्वीश्री शशि रेखा और साध्वीश्री ललितकला ने मंगल पाथेय प्रदान किया।
अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने कहा कि अणुव्रत का कार्यकर्ता स्वयं का नैतिक विकास कर राष्ट्र को नयी दिशा देने में योगभूत बन सकता है। अणुव्रत अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन ने अणुव्रत को जन-जन तक पहुँचाने का आह्वान किया।
अणुविभा के राष्ट्रीय महामंत्री भीखम सुराणा और उपाध्यक्ष राजेश सुराणा ने भी विचार रखे। इससे पहले गंगाशहर समिति के अध्यक्ष भवरलाल सेठिया ने स्वागत वक्तव्य दिया। संगोष्ठी के केंद्रीय संयोजक धर्मेंद्र डाकलिया ने बताया कि इसमें 19 समितियों के माध्यम से 177 अणुव्रत कार्यकर्ता शामिल हुए।
मुंबई। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में 18 जनवरी 2024 को देश-विदेश में वृहद् स्तर पर अणुव्रत गीत महासंगान का आयोजन किया जाएगा। महासंगान के बैनर का अनावरण यहाँ नंदनवन में अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के पावन सान्निध्य में किया गया। कार्यक्रम में गुरुदेव ने महती कृपा करते हुए अणुव्रत गीत 'संयममय जीवन हो' का संगान भी किया। इस अवसर पर अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर, • महामंत्री भीखम सुराणा, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् अध्यक्ष पंकज डागा, जैन विश्व भारती के मंत्री सलिल लोढा, अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत के अध्यक्ष विमल लोढा, मंत्री संजय बोथरा उपस्थित रहे।
कंट्रोल रूम का शुभारंभ : अणुव्रत गीत महासंगान कार्यक्रम के कंट्रोल रूम का शुभारंभ 28 अगस्त को यहाँ तेरापंथ भवन में साध्वी श्री त्रिशलाकुमार के मंगलपाठ के साथ हुआ। अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने फीता खोलकर कार्यालय का उद्घाटन किया।
चलथान। अणुव्रत समिति की ओर से 27 अगस्त को पश्चिमांचल अणुव्रत कार्यकर्ता संगोष्ठी का आयोजन होटल ट्राएंगल में किया गया। अध्यक्षता करते हुए अणुव्रत विश्व भारती के अध्यक्ष अविनाश नाहर ने कहा कि 50 से भी अधिक देशों में अणुव्रत की गूंज हो रही है। अणुविभा को संयुक्त राष्ट्र संघ की भी सदस्यता प्राप्त है। उन्होंने अणुव्रत पत्रिका, बच्चों का देश के अधिकाधिक ग्राहक बनाने का आह्वान किया।
अणुव्रत अमृत महोत्सव वर्ष के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन ने अणुव्रत के लक्ष्य, अणुव्रत साधना, अणुव्रत के निदेशक तत्त्वों आदि की जानकारी दी। उन्होंने प्रत्येक मंगलवार को संयम दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया। अणुविभा महामंत्री भीखमचंद सुराणा और उपाध्यक्ष राजेश सुराणा ने भी मार्गदर्शन दिया। इससे पहले अणुव्रत समिति चलवान के अध्यक्ष बाबूलाल नौलखा ने स्वागत वक्तव्य दिया। कार्यशाला में गुजरात एवं महाराष्ट्र की 10 अणुव्रत समितियों के 81 कार्यकर्ताओं ने सहभागिता दर्ज करवायी।
अणुविभा मुख्यालय में तीन दिवसीय अणुव्रत बालोदय शिविर का आयोजन संयोजिका डॉ. सीमा कावड़िया की रिपोर्ट जिसकी आज की औपचारिक शिक्षा में नितांत जरूरत है।
निश्छल मुस्कान और थोड़ी- थोड़ी चंचलता लिये इन बच्चों ने अणुविभा की बालोपयोगी भाव जागरण गुफा, गुड़िया घर, तुलसी दर्शन कक्ष, बाल संसद कक्ष, बाल फिल्म प्रदर्शन कक्ष, वाचनालय कक्ष, खेल मैदान पर तीन दिन तक मनोवैज्ञानिक तरीकों से बहुत कुछ सीखा, जो इनके जीवन की अमूल्य धरोहर बन गया।
राजसमंद। कक्षा पाँच से सात तक के बालक-बालिकाओं को शिविर के समापन दिवस पर बच्चों के चेहरे पर मुखरित हो रही थी घर लौटने की बाल सुलभ उदासी और जिज्ञासा कि हम दुबारा
राजसमंद। कक्षा पाँच से सात तक के बालक-बालिकाओं को तीन दिन प्रकृति के सुरम्य वातावरण में किलकारियां भरने, घरेलू माहौल के बीच विद्यार्थी जीवन के सुन्दर पल जीने और छोटी- छोटी मनोरंजक क्रियाओं के द्वारा कुछ सीखने, कुछ करने और कुछ पाने के एहसास का नाम है अणुव्रत बालोदय शिविर | अणुव्रत विश्व भारती मुख्यालय परिसर में तीन दिन के आवासीय शिविरों की श्रृंखला में 8 से 10 सितम्बर तक आयोजित शिविर में इस बार मेहमान थे ज्ञानोदय सीनियर सेकंडरी स्कूल आमेट, सविता इंटरनेशनल स्कूल राज्यावास और सुभाष सीनियर सेकंडरी स्कूल धोइन्दा के 114 बच्चे ।
शिविर की संकल्पना से परिचित कराते हुए अणुव्रत अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन ने कहा कि बच्चों का मन एक विशाल आसमान है जहाँ ढेर सारी जिज्ञासाएं, ज्ञान और कल्पनाएं होती हैं। उन्मुक्त वातावरण में उन्हें अनेक एक्टिविटीज द्वारा मौका मिलता है तो वे भाव और बुद्धि के स्तर पर एक स्वतः स्फुरित प्रकाश पाते हैं। साथ ही लोकतांत्रिक और मानवीय मूल्यों का पाठ सहज ही सीख जाते हैं। जरूरत है बस अवसर दिये जाने की। यहीं से स्कूल की एक अभिनव भूमिका विकसित होती है जिसे "स्कूल विद ए डिफरेंस" कहा जाता है। अणुव्रत बालोदय शिविर इस दृष्टि से स्कूली शिक्षा का एक अनौपचारिक और भावनात्मक पक्ष उजागर करता है।
बच्चों के चेहरे पर मुखरित हो रही थी घर लौटने की बाल सुलभ उदासी और जिज्ञासा कि हम दुबारा कब यहाँ आएंगे। अणुव्रत अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन, अणुव्रत बालोदय की राष्ट्रीय संयोजक डॉ. सीमा कावड़िया, स्कूल विद ए डिफरेंस के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. राकेश तैलंग, प्रशिक्षक मोनिका बापना और मोनिका राठौड़ के साथ ही प्रतिभा जैन, देवेन्द्र आचार्य, विमल मुशरफ, जगदीश बैरवा आदि के साथ बच्चों ने अपने अनुभव साझा किये और अपने स्कूल जाकर शिविर में सीखी गयी बातों पर चर्चा करने का वादा किया।
मुंबई | अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में 18 जनवरी 2024 को देश-विदेश में वृहद् स्तर पर अणुव्रत गीत महासंगान का आयोजन किया जाएगा। महासंगान के बैनर का अनावरण यहाँ नंदनवन में अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के पावन सान्निध्य में किया गया। इस मौके पर गुरुदेव ने महती कृपा करते हुए अणुव्रत गीत "संयममय जीवन हो" का संगान भी किया। इस अवसर पर अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर, महामंत्री भीखम सुराणा, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् अध्यक्ष पंकज डागा, जैन विश्व भारती के मंत्री सलिल लोढ़ा, अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत के अध्यक्ष विमल लोढा, मंत्री संजय बोथरा एवं अन्य विशिष्ट महानुभाव उपस्थित रहे।
सूरत में अणुव्रत गीत महासंगान के कंट्रोल रूम का शुभारंभ
सूरत। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में 18 जनवरी 2024 को देशभर में होने वाले अणुव्रत गीत महासंगान कार्यक्रम के कंट्रोल रूम का शुभारंभ 28 अगस्त को यहाँ तेरापंथ भवन में साध्वीश्री त्रिशलाकुमारी के मंगलपाठ के साथ हुआ। अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने फीता खोलकर कार्यालय का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर अणुव्रत अमृत महोत्सव वर्ष के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन, अणुविभा के महामंत्री भीखम सुराणा, उपाध्यक्ष राजेश सुराणा, गुजरात प्रभारी अर्जुन मेड़तवाल, अणुविभा सदस्य अनिल समदड़ीया, राकेश चोरडिया, अणुव्रत
कोलकाता। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में अणुव्रत समिति द्वारा 13 अगस्त को कला मंदिर में 'आजाद भारत की प्रगति में अणुव्रत का योगदान' विषय पर राज्यस्तरीय अणुव्रत सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने अपने वक्तव्य में कहा कि देश न केवल सड़कों व इमारतों से बनता है, वह बनता है इंसानों से देश को बनाना है तो नैतिकता ही एकमात्र मानदण्ड है। आचार्य श्री तुलसी ने अणुव्रत गीत की रचना कर अणुव्रत का संदेश इस देश को दिया। व्यक्ति सुधार से समाज सुधार और समाज सुधार से राष्ट्र का सुधार संभव है। अणुव्रत गीत में यह संदेश दिया गया है। अणुव्रत गीत जीवन की एक प्रार्थना होनी चाहिए। इसकी पंक्ति 'संयममय जीवन हो' को ही अपना लें तो हमारे जीवन का उत्थान संभव है। आप सभी अणुव्रत के द्वारा समाज सुधार का प्रयत्न करते रहें।
मुनिश्री जिनेश कुमार ने कहा कि अणुव्रत एक आचार संहिता ही नहीं, अपितु पूरा जीवन दर्शन है। अणुव्रत क्रियाकाण्डों पर नहीं, बल्कि चरित्र-शद्धि पर ध्यान देता है। नशा नाश का द्वार है, नशे से मुक्त रहना चाहिए।
अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर ने अणुव्रत
अणुविभा के तत्वावधान में कोलकाता अणुव्रत समिति द्वारा आयोजित अणुव्रत सेमिनार में असम के राज्यपाल श्री गुलाबचंद कटारिया का वक्तव्य सुनने के लिए वीडियो पर क्लिक करें...
अमृत महोत्सव के ऐतिहासिक प्रसंग में अणुविभा द्वारा देश-विदेश में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। अणुव्रत अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन ने कहा कि अणुव्रत दर्शन को जीवन में अपना लिया जाये तो देश के समक्ष उपस्थित समस्याओं का समाधान हासिल किया जा सकता है। इससे पहले अणुव्रत समिति परापासना उपास्यत समस्याओं का समाधान लासल किया जा सकता है। इससे पहले अणुव्रत समिति कोलकाता के अध्यक्ष प्रदीप सिंघी ने स्वागत भाषण दिया।
अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण को अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने 'अणुव्रत अमृत किट' भेंट की । आचार्यप्रवर ने समस्त सामग्री को गौर से देखा और अणुव्रत अमृत महोत्सव की गति प्रगति की जानकारी प्राप्त की 'अणुव्रत अमृत किट' में विभिन्न अणुव्रत प्रकल्पों के ब्रोशर, अणुव्रत आंदोलन की परिचय पुस्तिका, अनुव्रत अमृत महोत्सव के करणीय कार्यों की दिशादर्शिका, अणुव्रत जीवनशैली मार्गदर्शिका, अणुव्रत डायरी, स्वागत दुपट्टा जैसी महत्वपूर्ण सामग्री नमूने के रूप में शामिल हैं।
अविनाश नाहर एवं अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन ने आचार्यप्रवर को अमृत महोत्सव के अंतर्गत चल रहे विभिन्न प्रकल्पों की विस्तार में अवगति प्रदान की। इससे पूर्व अणुविभा कार्यसमिति की मुंबई बैठक में किट का अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर द्वारा लोकार्पण किया गया।
अणुव्रत अनुशास्ता का मुंबई में भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश
मुंबई | अणुव्रत अनुशास्ता अणुव्रत यात्रा प्रणेता आचार्य श्री महाश्रमणजी ने चतुर्माके लिए अपनी धवल सेना के साथ 28 जून को सुबह नंदनवन परिसर में पावन प्रवेश किया।
उपस्थित जनमेदिनी को अमृत रस का पान करवाते हुए आचार्य श्री ने फरमाया कि हमारी दुनिया में मंगल की कामना की जाती है। आदमी विघ्न-बाधाओं से बचने की इच्छा करता है और बचने का प्रयास भी करता है। शुभ मुहूर्त में प्रवेश करते हैं, इसमें भी मंगल की कामना अन्तर्निहित हो सकती है। अनेक कार्यों में मंगल की कामना होती है। कुछ पदार्थ भी मंगल के रूप में आसेवित किये जाते हैं। शास्त्रकार ने मंगल के संदर्भ में अत्यन्त महत्वपूर्ण बात बतायी है कि धर्म उत्कृष्ट मंगल है। मेरा भी मंतव्य है कि धर्म से बढ़कर दूसरा कोई मंगल नहीं है। अहिंसा, संयम और तप में धर्म है। सम्पूर्ण आत्मशुद्धिकारक धर्म इसमें आ गया।
अहिंसा आदमी के जीवन में है, धर्म का एक आयाम उसके जीवन में आ गया। संयम और तप है तो धर्म का दूसरा तीसरा आयाम भी जीवन में आ गया। साधु-साध्वियां जो महाव्रती हैं, वे अपने आपमें मंगल हैं। मंगल पाठ सुनना भी महत्वपूर्ण मंगल है। अरहंत, सिद्ध, साधु प्रज्ञप्त धर्म मंगल है। और केवली प्रज्ञप्त धर्म मंगल है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी आचार्य श्री महाश्रमण की सन्निधि में पहुँचे। मुख्यमंत्री ने कहा, मैं महाराष्ट्र की धरती पर आचार्य महाश्रमणजी का हृदय से स्वागत अभिनंदन करता हूँ। महाराष्ट्र संतों की भूमि, पावन भूमि है। आपके आने से और समृद्ध भी हो जाएगी। आप एक मिशन पर कार्य कर रहे हैं। आपने 55000 किमी की यात्रा की है। हम आपका आशीर्वाद लेने आये हैं। हमने भी ड्रग फ्री मुंबई पर कार्य शुरू किया है। पूज्य प्रवर ने सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति के बारे में समझाते हुए आशीर्वचन फरमाया । व्यवस्था समिति की ओर से मुख्यमंत्री शिंदे का सम्मान किया गया।
मुंबई । अणुव्रत अनुशास्ता युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण के पावन सान्निध्य में अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा नंदनवन में 19 जुलाई को अणुव्रत क्रिएटिविटी कॉन्टेस्ट 2023 के बैनर का विमोचन किया गया। चार चरणों - स्कूल स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले अणुव्रत क्रिएटिविटी कॉन्टेस्ट का मुख्य उद्देश्य नयी पीढ़ी में रचनात्मकता और सकारात्मकता को प्रोत्साहित करना है।
मुंबई। आचार्य श्री महाश्रमण के चतुर्मास प्रवास स्थन नंदनवन में 19 जुलाई को अणुव्रत विश्व भारती के अणुव्रत बालोदय किडजोन का आचार्यश्री के मंगल पाठ से शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर अणुव्रत के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री मननकुमार ने किडजोन परिसर का अवलोकन करने के बाद कहा कि यहां आकर बच्चे जरूर कुछ सीखेंगे। किडजोन बच्चों के सर्वांगीण विकास में काफी उपयोगी साबित होगा।
अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर ने कहा कि इस बार किडजोन में बच्चों के आकर्षण और उनके ज्ञान में अभिवृद्धि के लिए कई नये आयाम जोड़े गये हैं। इससे पहले प्रायोजक राकेश कठोतिया परिवार ने किडजोन का उद्घाटन किया।
मुंबई। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के चतुर्मास प्रवास स्थल पर अणुव्रत विश्व भारती के तत्त्वावधान में संचालित किया जा रहा किडजोन आमजन और बच्चों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां अणुव्रत आर्ट गैलरी में बच्चों को विद्यार्थी अणुव्रत और अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा संचालित विभिन्न प्रकल्पों से अवगत करवाया जा रहा है। क्रिएटिव कॉन्टेस्ट के दौरान बनायी गयी कलाकृतियां इस रूम का मुख्य आकर्षण हैं। वहीं, पर्यावरण रूम के माध्यम से बच्चों को पर्यावरण का महत्व समझाने के साथ ही उन्हें बताया जा रहा है कि छोटे-छोटे उपाय अपनाकर वे पर्यावरण की सुरक्षा में सहयोगी बन सकते हैं।
थिएटर रूम में बच्चों को आचार्य श्री तुलसी के जीवन पर बनी डॉक्यूमेंट्री के साथ ही नैतिक मूल्यों पर आधारित छोटी-छोटी फिल्में दिखायी जाताी हैं। योगा रूम में होलोग्राम टेक्नोलॉजी के माध्यम से जीवन विज्ञान के प्रयोग भी करवाये जाते हैं। गेम जोन में बच्चों को कई एजुकेशनल गेम्स खेलने का अवसर प्राप्त होता है। बच्चे यहाँ बुक्स रीडिंग, ड्राइंग, जंपिंग, कैरम, चेस के साथ ही खेल-खेल में बहुत कुछ सीख भी रहे हैं। रुद्गड्डह्म्ठ्ठ 2द्बह्लद्ध स्नह्वठ्ठ कार्यक्रम के तहत बच्चों को पर्यावरण का महत्व समझाया जाता है तथा उन्हें मोबाइल एडिक्शन पर आधारित कार्टून फिल्म दिखायी जाती है। बच्चों को अणुव्रत साँप-सीढ़ी के माध्यम से रोचक जानकारियां भी खेल-खेल में दी जाती हैं। संडे वर्कशॉप स्पेशल के तहत उन्हें तरह-तरह के हुनर सिखाये जाते हैं। इसके तहत बच्चों ने फ्रेंडशिप डे पर फोटोफ्रेम मेकिंग सीखी। स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों के लिए असली आजादी अपनाओ थीम पर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित की गयी। इसमें 26 बच्चे शामिल हुए। रानी लक्ष्मी बाई, अहिल्या बाई, भगत सिंह, भारत माता जैसी वेशभूषा में सजे बच्चों ने असली आजादी पर अपने भाव प्रस्तुत किये। जज की भूमिका अणुव्रत विश्व भारती की राज्य प्रभारी पुष्पा कटारिया और भारत जैन महामंडल की महामंत्री सुमन चपलोत ने निभायी। लगभग 150 बच्चों ने तिरंगे झंडों के साथ किडजोन से पंडाल में गुरुदेव के मंच तक रैली निकाली। टॉप सात बच्चों को गुरुदेव के सामने प्रस्तुति देने का सुअवसर भी मिला। गुरुदेव ने कर बच्चों के साथ लगभग 10 मिनट बिताये तथा कई बच्चों की प्रस्तुति भी बड़े ध्यान से सुनी। बच्चों ने अपना अनुभव साझा करते हुए इस पल को अपने जीवन का सबसे अच्छा और प्राउड मोमेंट बताया।
मुनिश्री दिनेश कुमार, अणुव्रत के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री मनन कुमार एवं श्वद्यद्ग1ड्डह्लद्ग नशामुक्ति प्रकल्प के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री अभिजीत भी अवलोकन हेतु किडजोन में पधारे। अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर, महामंत्री भीखम सुराणा, अणुव्रत अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन, प्रभारी उपाध्यक्ष विनोद कोठारी एवं संयोजक मनोज सिंघवी ने किडजोन के स्वरूप तथा भावी कार्यक्रमों के संदर्भ में विचार-विमर्श कर आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये। 19 जुलाई को हुई शुरुआत के बाद से अब तक लगभग 3000 बच्चे और लगभग 1000 अभिभावक किडजोन का भ्रमण कर चुके हैं। साथ ही सभी सभा-संस्थाओं के कई पदाधिकारी गण भी यहां विजिट कर चुके हैं। सभी ने श्रम को खूब सराहा।
उल्लेखनीय की मुम्बई किडजोन को श्री राकेश आरती कठोतिया, मुम्बई-लाडनूं का आर्थिक सौजन्य प्राप्त हो रहा है। किडजोन के संचालन में अणुव्रत समिति मुम्बई के अध्यक्ष रोशनलाल मेहता, मंत्री राजेश जैन के साथ ही मनोहर कच्छारा, भूपेन्द्र वागरेचा आदि का पूरा-पूरा सहयोग मिल रहा है। मुंबई किडजोन की संयोजक सुमन चपलोत और सह संयोजक मीना बडाला के साथ अनेक भाई-बहन निरूस्वार्थ भाव से किडजोन को संचालित करने में सहयोग कर रहे हैं। अणुविभा के केंद्रीय कार्यालय के कार्यकर्ता राकेश मौर्या और शंकर शेखावत भी निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के सान्निध्य में नशामुक्त व ड्रेस-मुक्त समाज हेतु अणुविभा के विशेष अभियान का आगाज हुआ। Elevate Experience the Real High आओ, जिंदगी की बात करें। पंचलाइन के साथ शुरू हुए इस अभियान के बैनर का लोकार्पण करते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि प्रशासन कितना भी प्रयास करे, आचार्य श्री महाश्रमण जी जैसे राष्ट्रसंत की प्रेरणा से ही नशे जैसी बुराइयों से मुक्त एक स्वस्थ समाज का निर्माण संभव है। उन्होंने अणुव्रत के माध्यम से अच्छे संस्कार और दृढ़ संकल्प से युक्त मानव निर्माण के अभियान की सराहना की ।
अणुव्रत विश्व भारती के अध्यक्ष अविनाश नाहर ने कहा कि अणुविभा की ओर से मानव मात्र के उत्थान के लिए ड्रग मुक्त समाज बनाने की यह सकारात्मक पहल है। एलिवेट के संयोजकद्वय डॉ. गौतम भंसाली और अशोक कोठारी ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में हजारों की तादाद में विभिन्न समाजों और संस्कृतियों के लोगों ने ड्रा मुक्त रहने का संकल्प आत्मीय भाव से स्वीकार किया।
मुम्बई। 17 जून को गोरेगांव स्थित नेस्को के विशाल ग्राउण्ड में अणुव्रत अनुशास्ता, मानवता के मसीहा, महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण का मुम्बई की जनता द्वारा भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह समायोजित किया गया। इसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, पर्यटन, शल विकास एवं उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, कई विधायकों, विभिन्न धर्मगुरुओ, अनेकानेक धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के प्रमुख व्यक्तियों सहित हजारों जनता संभागी बनी ।
समारोह में युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण ने मंगल प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि दुनिया में मंगल की बात होती है। आदमी स्वयं की मंगलकामना करता है तो दूसरों के प्रति भी मंगलकामना व्यक्त करता है। अहिंसा, संयम और तप रूपी धर्म सबसे उत्तम मंगल है। इनका पालन करना ही धर्म है। जीवन में अहिंसा, संयम और , तप के विकास का प्रयास करना चाहिए।
आचार्यश्री ने कहा कि वर्ष 2023 के चतुर्मास के लिए मुम्बई में आना हुआ है। हमारे साथ मुख्यमुनिश्री, साध्वीप्रमुखानी और साध्वीवर्यानी आदि साधु- साध्वियां भी हैं। मैं समस्त जनता के प्रति आध्यात्मिक मंगलकामना करता हूँ। आचार्यश्री ने कहा कि महानगर की प्रतीकात्मक चाबी को हम अहिंसा, संयम और तप की चाबी मानते हैं। मुम्बईवासियों के जीवन में शांति, मैत्री, सद्भाव, नैतिकता और धर्म का प्रभाव बना रहे।
अणुव्रत अनुशास्ता ने अणुव्रत यात्रा के उद्देश्यों सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति के संकल्पों को स्वीकार करने का आह्वान किया तो उपस्थित लोग अपने स्थान पर खड़े होकर कृतसंकल्प बने। साध्वीप्रमुखा विश्रुतविभाजी ने भी जनता को उद्बोधित किया। विभिन्न धर्मगुरुओं, सामाजिक संगठनों एवं डब्बा एसोसिएशन व रिक्शा एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने अणुव्रत दर्शन को वर्तमान समय की आवश्यकता बताते हुए अपना पूर्ण समर्थन देने का विश्वास व्यक्त किया।
अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन 4 जून को किया गया। इस अवसर पर अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर ने कहा कि यदि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमने एकजुट प्रयास शुरू नहीं किये तो आने वाली पीढ़ियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर पाएंगे।
दिल्ली इस्कॉन मंदिर के वाइस प्रेसिडेंट व अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविद् अमोघलीला दास, स्वच्छ भारत मिशन के नेशनल एम्बसेडर डी. पी. शर्मा, आईएसबीएम के प्रोफेसर डीन, डायरेक्टर बोस इंडस्ट्री एवं मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. टी. के. जैन, सी 5 फाउंडेशन के निदेशक विष्णु पीआर और बीआईआरसी निदेशक, एसोसिएट प्रोफेसर ग्रीन केमिस्ट्री रिसर्च सेंटर, डूंगर कॉलेज के डॉ. नरेंद्र भोजक ने भी विचार व्यक्त किये।
पर्यावरणविद् राजेंद्र सिंह, अणुविभा के निवर्तमान अध्यक्ष संचय जैन के अलावा देशभर की अणुव्रत समितियों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने वेबिनार में हिस्सा लिया। इससे पहले अणुविभा के महामंत्री भीखम सुराणा ने विषय प्रवर्तन करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा राष्ट्रीय पर्यावरण प्रभारी प्रताप दुगड़ ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
अणुविभा के जीवन विज्ञान विभाग के तत्त्वावधान में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में वृहद स्तर पर आयोजन संपन्न हुए। अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर एवं राष्ट्रीय संयोजक रमेश पटवारी के साथ जीवन विज्ञान केंद्रीय टीम के चिन्तन-मंथन के पश्चात् देशभर की अणुव्रत समितियों को कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गयी।
अणुविभा के संगठन मंत्री, राज्य प्रभारी जीवन विज्ञान विभाग की उच्च शिक्षा प्रबन्धन प्रभारी डॉ. हंसा संचेती, स्कूल प्रबन्धन प्रभारी ममता श्रीश्रीमाल, ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रभारी रीना सेठी गोयल तथा सहायक निदेशक हनुमान मल शर्मा ने देश भर में अणुव्रत समितियों के माध्यम से सफल कार्यक्रमों की संयोजना की जिससे पहली बार एकरूपता से 47 अणुव्रत समितियों द्वारा 54 स्थानों पर भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ।
73rd Foundation Day of the Anuvrat Movement was celebrated by thousands of Anuvrat workers with a reaffirmed commitment to work ceaselessly towards a more peaceful, nonviolent and inclusive society. Anuvrat promotes a lifestyle of self-restraint and self-discipline through adopting small vows in one’s day to day life. It suggests eleven basic vows and practical ways for self-transformation. In a press meet organized at the Constitution Club of India, New Delhi the union minister Mr Arjunram Meghwal said that his morality has helped him greatly in winning elections. Renowned journalist and scholar Mr Vedpratap Vaidik dwelt on his wast experience travelling throughout the world and emphasized the need of Anuvrat philosophy for a better society. Mr Sanchay Jain, President of Anuvrat Vishwa Bharati, also known as Anuvibha, briefed the media about the future plans which include activities focused on the young generation and their balanced and all round development, to eradicate evil social practices, to promote ethical living. He also informed that Anuvibha is associated with the Civil Society wing of the UN and supports many of the SDGs through its activities. Similar press briefings were held at around 50 places throughout India. To propagate this philosophy Anuvibha is going to create a strong network of 500 Anuvrat Ambassadors in different countries.
The Member of Parliament from Rajsamand, Dia Kumari reached Balodaya camp being organized at the Children’s Peace Palace of Anuvibha and interacted with the children. The MP asked the children to never let the mental tension dominate them. She emphasized that along with the regular studies, developing interest in sports, art, music is helpful in achieving success in life.
Diya Kumari said that Anuvibha is doing a very good job and she would like to take time out soon and get involved with its activities. Activists including Anuvibha’s president Mr. Sanchay Jain, treasurer Mr. Jagjivan Chordia welcomed the MP.
85 children from Government High School Lavana, Modern Public School, Rajyavas and Savita International School, Nandoli participated in this 3-day residential camp aimed at developing a culture of peace and nonviolence among our new generation.
This children’s camp was organized from 18th to 20th February 2020. Children’s experiences give us new insight every time. The enthusiasm with which children participate in camp activities and open up during interactive sessions, raise a new hope. Children take away with them a new view point of life.
On the International Women’s Day an event was held at Anuvibha’s Children’s Peace Palace in association with Ashapura Manav Kalyan Trust, Vapi, Gujrat. Around 400 girl students, teachers and parents participated. These were the girls who had been awarded Gargi Puraskar and Priyadarshini Puraskar for their excellent results in secondary and higher secondary Board exams. The girls were felicitated in the program. There was also a Career Counselling session in which experts from different fields presentation their talks.
Additional Collector of Rajsamand Mr. Rakesh Gadhval, Sub Divisional Magistrate Mr. Sushil Kumar, Anuvibha President Mr Sanchay Jain, Founder of Ashapura Trust Mr Nanji Bhai Gurjar, Prof RK Gurjar, Dr Rajveer Singh, Dr RakeshTailang, Mr Suresh Kawadia, Kailash Samota spoke on the occasion.
Union Minister Shri Arjun Ram Meghwal reached Anuvrat BALODAYA Camp on a day’s stay. While addressing the media, he said that this Bal Sanskar Kendra is amazing. The longevity that has been made here for the creation of children’s rites and the values that are given to them through sports and games. There is a need to spread this knowledge throughout the country.
Shri Meghwal said that an institution like Anuvibha can contribute significantly to the new education policy made for the country. He said that from the point of view of tourism development too, this center has been made excellent and said that he will provide full support in its development.
Referring to his close association with the Anuvrat Movement and ACHARYA TULSI, he said that humanitarian philosophies like Anuvrat have great utility in the democracy and parliamentary tradition of the country. He said that in politics, purity is very important for nation-building.
Prior to this, Sanchay Jain, President of Anuvrat VISHWA BHARTI, informed the Minister about the nature and functions of the institution. He said that Anuvibha has now become the representative body of the Anuvrat Movement and along with the international network, a network of 150 branches across the country has been connected with it.
Union Minister Shri Arjun Ram Meghwal reached ‘Anuvrat BALODAYA ‘, said- The values taught to the children are amazing here.
Union Minister Shri Arjun Ram Meghwal reached Anuvrat BALODAYA Camp on a day’s stay. While addressing the media, he said that this Bal Sanskar Kendra is amazing. The longevity that has been made here for the creation of children’s rites and the values that are given to them through sports and games. There is a need to spread this knowledge throughout the country.
Shri Meghwal said that an institution like Anuvibha can contribute significantly to the new education policy made for the country. He said that from the point of view of tourism development too, this center has been made excellent and said that he will provide full support in its development.
Referring to his close association with the Anuvrat Movement and ACHARYA SHRI TULSI, he said that humanitarian philosophies like Anuvrat have great utility in the democracy and parliamentary tradition of the country. He said that in politics, purity is very important for nation-building.
Prior to this, Sanchay Jain, President of Anuvrat VISHWA BHARTI, informed the Minister about the nature and functions of the institution. He said that Anuvibha has now become the representative body of the Anuvrat Movement and along with the international network, a network of 150 branches across the country has been connected with it.