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जनता में रहे शांति, मैत्री व धर्म का प्रभाव : आचार्य श्री महाश्रमण

Jul, 2023

मुम्बई। 17 जून को गोरेगांव स्थित नेस्को के विशाल ग्राउण्ड में अणुव्रत अनुशास्ता, मानवता के मसीहा, महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण का मुम्बई की जनता द्वारा भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह समायोजित किया गया। इसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, पर्यटन, शल विकास एवं उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, कई विधायकों, विभिन्न धर्मगुरुओ, अनेकानेक धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के प्रमुख व्यक्तियों सहित हजारों जनता संभागी बनी ।

समारोह में युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण ने मंगल प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि दुनिया में मंगल की बात होती है। आदमी स्वयं की मंगलकामना करता है तो दूसरों के प्रति भी मंगलकामना व्यक्त करता है। अहिंसा, संयम और तप रूपी धर्म सबसे उत्तम मंगल है। इनका पालन करना ही धर्म है। जीवन में अहिंसा, संयम और , तप के विकास का प्रयास करना चाहिए।

आचार्यश्री ने कहा कि वर्ष 2023 के चतुर्मास के लिए मुम्बई में आना हुआ है। हमारे साथ मुख्यमुनिश्री, साध्वीप्रमुखानी और साध्वीवर्यानी आदि साधु- साध्वियां भी हैं। मैं समस्त जनता के प्रति आध्यात्मिक मंगलकामना करता हूँ। आचार्यश्री ने कहा कि महानगर की प्रतीकात्मक चाबी को हम अहिंसा, संयम और तप की चाबी मानते हैं। मुम्बईवासियों के जीवन में शांति, मैत्री, सद्भाव, नैतिकता और धर्म का प्रभाव बना रहे।

अणुव्रत अनुशास्ता ने अणुव्रत यात्रा के उद्देश्यों सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति के संकल्पों को स्वीकार करने का आह्वान किया तो उपस्थित लोग अपने स्थान पर खड़े होकर कृतसंकल्प बने। साध्वीप्रमुखा विश्रुतविभाजी ने भी जनता को उद्बोधित किया। विभिन्न धर्मगुरुओं, सामाजिक संगठनों एवं डब्बा एसोसिएशन व रिक्शा एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने अणुव्रत दर्शन को वर्तमान समय की आवश्यकता बताते हुए अपना पूर्ण समर्थन देने का विश्वास व्यक्त किया।


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