बच्चों के आकर्षण का केन्द्र बना किडजोन
Aug, 2023
खेल-खेल में निखार रहे हुनर, सीख रहे ज्ञान की बातें
मुंबई। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के चतुर्मास प्रवास स्थल पर अणुव्रत विश्व भारती के तत्त्वावधान में संचालित किया जा रहा किडजोन आमजन और बच्चों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां अणुव्रत आर्ट गैलरी में बच्चों को विद्यार्थी अणुव्रत और अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा संचालित विभिन्न प्रकल्पों से अवगत करवाया जा रहा है। क्रिएटिव कॉन्टेस्ट के दौरान बनायी गयी कलाकृतियां इस रूम का मुख्य आकर्षण हैं। वहीं, पर्यावरण रूम के माध्यम से बच्चों को पर्यावरण का महत्व समझाने के साथ ही उन्हें बताया जा रहा है कि छोटे-छोटे उपाय अपनाकर वे पर्यावरण की सुरक्षा में सहयोगी बन सकते हैं।
थिएटर रूम में बच्चों को आचार्य श्री तुलसी के जीवन पर बनी डॉक्यूमेंट्री के साथ ही नैतिक मूल्यों पर आधारित छोटी-छोटी फिल्में दिखायी जाताी हैं। योगा रूम में होलोग्राम टेक्नोलॉजी के माध्यम से जीवन विज्ञान के प्रयोग भी करवाये जाते हैं। गेम जोन में बच्चों को कई एजुकेशनल गेम्स खेलने का अवसर प्राप्त होता है। बच्चे यहाँ बुक्स रीडिंग, ड्राइंग, जंपिंग, कैरम, चेस के साथ ही खेल-खेल में बहुत कुछ सीख भी रहे हैं। रुद्गड्डह्म्ठ्ठ 2द्बह्लद्ध स्नह्वठ्ठ कार्यक्रम के तहत बच्चों को पर्यावरण का महत्व समझाया जाता है तथा उन्हें मोबाइल एडिक्शन पर आधारित कार्टून फिल्म दिखायी जाती है। बच्चों को अणुव्रत साँप-सीढ़ी के माध्यम से रोचक जानकारियां भी खेल-खेल में दी जाती हैं। संडे वर्कशॉप स्पेशल के तहत उन्हें तरह-तरह के हुनर सिखाये जाते हैं। इसके तहत बच्चों ने फ्रेंडशिप डे पर फोटोफ्रेम मेकिंग सीखी। स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों के लिए असली आजादी अपनाओ थीम पर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित की गयी। इसमें 26 बच्चे शामिल हुए। रानी लक्ष्मी बाई, अहिल्या बाई, भगत सिंह, भारत माता जैसी वेशभूषा में सजे बच्चों ने असली आजादी पर अपने भाव प्रस्तुत किये। जज की भूमिका अणुव्रत विश्व भारती की राज्य प्रभारी पुष्पा कटारिया और भारत जैन महामंडल की महामंत्री सुमन चपलोत ने निभायी। लगभग 150 बच्चों ने तिरंगे झंडों के साथ किडजोन से पंडाल में गुरुदेव के मंच तक रैली निकाली। टॉप सात बच्चों को गुरुदेव के सामने प्रस्तुति देने का सुअवसर भी मिला। गुरुदेव ने कर बच्चों के साथ लगभग 10 मिनट बिताये तथा कई बच्चों की प्रस्तुति भी बड़े ध्यान से सुनी। बच्चों ने अपना अनुभव साझा करते हुए इस पल को अपने जीवन का सबसे अच्छा और प्राउड मोमेंट बताया।
मुनिश्री दिनेश कुमार, अणुव्रत के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री मनन कुमार एवं श्वद्यद्ग1ड्डह्लद्ग नशामुक्ति प्रकल्प के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री अभिजीत भी अवलोकन हेतु किडजोन में पधारे। अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर, महामंत्री भीखम सुराणा, अणुव्रत अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन, प्रभारी उपाध्यक्ष विनोद कोठारी एवं संयोजक मनोज सिंघवी ने किडजोन के स्वरूप तथा भावी कार्यक्रमों के संदर्भ में विचार-विमर्श कर आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये। 19 जुलाई को हुई शुरुआत के बाद से अब तक लगभग 3000 बच्चे और लगभग 1000 अभिभावक किडजोन का भ्रमण कर चुके हैं। साथ ही सभी सभा-संस्थाओं के कई पदाधिकारी गण भी यहां विजिट कर चुके हैं। सभी ने श्रम को खूब सराहा।
उल्लेखनीय की मुम्बई किडजोन को श्री राकेश आरती कठोतिया, मुम्बई-लाडनूं का आर्थिक सौजन्य प्राप्त हो रहा है। किडजोन के संचालन में अणुव्रत समिति मुम्बई के अध्यक्ष रोशनलाल मेहता, मंत्री राजेश जैन के साथ ही मनोहर कच्छारा, भूपेन्द्र वागरेचा आदि का पूरा-पूरा सहयोग मिल रहा है। मुंबई किडजोन की संयोजक सुमन चपलोत और सह संयोजक मीना बडाला के साथ अनेक भाई-बहन निरूस्वार्थ भाव से किडजोन को संचालित करने में सहयोग कर रहे हैं। अणुविभा के केंद्रीय कार्यालय के कार्यकर्ता राकेश मौर्या और शंकर शेखावत भी निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।