डिजिटल गैजेट्स का हो सदुपयोग : आचार्य श्री महाश्रमण
Jan, 2024
लोगों ने स्वीकार किया डिजिटल डिटॉक्स संकल्प
राजसमंद | अणुव्रत विश्व भारती के 'स्कूल विद् ए डिफरेंस' प्रकल्प के पहले दिन 2 नवम्बर को बाल शैक्षिक मनोविज्ञान के चितेरे 'बाल प्रहरी' के संपादक उत्तराखंड के उदय किरोला ने नव प्रभात सीनियर सेकंडरी स्कूल और प्रगति स्कूल एमड़ी में 'टोपीलाल' की रोचक कहानी के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक सरोकारों को कक्षा छह से आठ के बच्चों के साथ साझा किया।
बाल विमर्श का दूसरा दिन सुभाष सीनियर सेकंडरी स्कूल, धोइन्दा और आदर्श विद्या मन्दिर, कांकरोली को समर्पित रहा। दोनों ही विद्यालयों में उदय किरोला ने टोपीलाल की कहानी की प्रस्तुति के साथ अच्छी आदतों
को अपनाने के लिए मोटिवेशन दिया। धोइन्दा स्थित गायत्री पब्लिक सीनियर सेकंडरी स्कूल और एपेक्स सीनियर सेकंडरी स्कूल में कथा कथन का तीसरा दिन बच्चों के जिज्ञासु चेहरों और ठहाकों के नाम रहा। कहानी कथन के सत्रों में संस्था प्रधानों, विद्यालय के शिक्षकों, 'बच्चों का देश' पत्रिका के सह सम्पादक प्रकाश तातेड़, शिक्षासेवी डॉ. राकेश तैलंग आदि की उपस्थिति रही। अणुविभा के प्रशिक्षक जगदीश बैरवा ने बच्चों को जीवन विज्ञान के व्यावहारिक प्रयोगों का अभ्यास करवाया।
कैदियों ने लिया नशामुक्ति का संकल्प
वडोदरा । साध्वीश्री मंजुयशा ने कहा कि अणुव्रत सबको मानवता का पावन संदेश तथा नैतिकता, सद्भावना एवं नशामुक्ति का जीवन जीने की प्रेरणा देता है। साध्वीश्री मंजुयशा अणुव्रत समिति की ओर से वडोदरा के सेंट्रल जेल में आयोजित कार्यक्रम में करीब 700 कैदियों को संबोधित कर रही थीं। साध्वीश्री ने कहा कि गलती करना कोई बड़ी बात नहीं, किंतु भविष्य में ऐसी गलती न हो तो इस बंधन से मुक्ति हो सकती है। साध्वीश्री ने नशामुक्ति के लिए ध्यान का सामहिक प्रयोग करवाया। कई कैदियों ने नशामुक्ति और अच्छा जीवन जीने का भी संकल्प ग्रहण किया। आई.पी.एस. अधिकारी जगदीश बांगरवा, वेलफेयर ऑफिसर महेश राठोड एवं जेलर विपुलभाई बारिया ने साध्वी वृंद के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।