कोलकाता में राज्यस्तरीय सेमिनार का आयोजन
Aug, 2023
कोलकाता। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्त्वावधान में अणुव्रत समिति द्वारा 13 अगस्त को कला मंदिर में 'आजाद भारत की प्रगति में अणुव्रत का योगदान' विषय पर राज्यस्तरीय अणुव्रत सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने अपने वक्तव्य में कहा कि देश न केवल सड़कों व इमारतों से बनता है, वह बनता है इंसानों से देश को बनाना है तो नैतिकता ही एकमात्र मानदण्ड है। आचार्य श्री तुलसी ने अणुव्रत गीत की रचना कर अणुव्रत का संदेश इस देश को दिया। व्यक्ति सुधार से समाज सुधार और समाज सुधार से राष्ट्र का सुधार संभव है। अणुव्रत गीत में यह संदेश दिया गया है। अणुव्रत गीत जीवन की एक प्रार्थना होनी चाहिए। इसकी पंक्ति 'संयममय जीवन हो' को ही अपना लें तो हमारे जीवन का उत्थान संभव है। आप सभी अणुव्रत के द्वारा समाज सुधार का प्रयत्न करते रहें।
मुनिश्री जिनेश कुमार ने कहा कि अणुव्रत एक आचार संहिता ही नहीं, अपितु पूरा जीवन दर्शन है। अणुव्रत क्रियाकाण्डों पर नहीं, बल्कि चरित्र-शद्धि पर ध्यान देता है। नशा नाश का द्वार है, नशे से मुक्त रहना चाहिए।
अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर ने अणुव्रत
अणुविभा के तत्वावधान में कोलकाता अणुव्रत समिति द्वारा आयोजित अणुव्रत सेमिनार में असम के राज्यपाल श्री गुलाबचंद कटारिया का वक्तव्य सुनने के लिए वीडियो पर क्लिक करें...
अमृत महोत्सव के ऐतिहासिक प्रसंग में अणुविभा द्वारा देश-विदेश में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। अणुव्रत अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन ने कहा कि अणुव्रत दर्शन को जीवन में अपना लिया जाये तो देश के समक्ष उपस्थित समस्याओं का समाधान हासिल किया जा सकता है। इससे पहले अणुव्रत समिति परापासना उपास्यत समस्याओं का समाधान लासल किया जा सकता है। इससे पहले अणुव्रत समिति कोलकाता के अध्यक्ष प्रदीप सिंघी ने स्वागत भाषण दिया।