अणुव्रत गौरव और जीवन विज्ञान पुरस्कार प्रदत्त
Dec, 2023
अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी की ओर से 17 नवम्बर की सुबह अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के पावन सान्निध्य में आयोजित समारोह में अणुव्रत महासमिति के पूर्व अध्यक्ष, रीछेड़ निवासी, दादर (मुंबई) प्रवासी वरिष्ठ श्रावक तथा अणुव्रत सेवी डालचंद कोठारी को अणुव्रत गौरव सम्मान से अलंकृत किया गया। इसके तहत उन्हें स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र एवं अंग वस्त्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर डालचंद विनोद भरत कोठारी परिवार की ओर से अणुविभा को 3 लाख रुपये के अनुदान की घोषणा की गई।
अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण के सान्निध्य में 20 नवम्बर को आयोजित समारोह में जीवन विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राकेश खटेड़ को जीवन विज्ञान पुरस्कार 2023 प्रदान किया गया। इसके तहत उन्हें स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र, अंग वस्त्र और एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया। मुनिश्री योगेश कुमार ने राकेश खटेड़ द्वारा पिछले दो-तीन दशकों में जीवन विज्ञान के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को रेखांकित किया। राकेश खटेड़ परिवार की ओर से अणुविभा को 2 लाख रुपये के अनुदान की घोषणा की गयी।
सम्मान समारोह के बाद अणुव्रत अधिवेशन में हिस्सा लेने वाले सभी प्रतिभागी अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण की सन्निधि में पहुँचे। वहाँ अधिवेशन की निष्पत्ति व कार्यविधि का ब्योरा आचार्य प्रवर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस पर आचार्यश्री ने अमृत महोत्सव के लक्ष्य की समीक्षा करते हुए इसे प्राप्त करने के लिए और अधिक प्रयास करने का आह्वान किया। अधिवेशन में नेपाल सहित पूरे भारत से अणुविभा और 66 अणुव्रत समितियों एवं मंचों से 319 सहभागी शामिल हुए।
अधिवेशन की सफल आयोजना में संयोजक विनोद कोठारी, सह संयोजक मनोज सिंघवी एवं विजय संचेती का सक्रिय योगदान रहा। अधिवेशन के सह संयोजक व अणुव्रत समिति मुम्बई के अध्यक्ष रोशनलाल मेहता, मंत्री राजेश चौधरी, कोषाध्यक्ष ख्यालीलाल कोठारी, किरण परमार, अशोक मादरेचा, डिम्पल हिरण, सुशील हिरण, दिनेश सिंघवी, सुभाष मेहता, राजू मेहता एवं सम्पूर्ण टीम का श्रम उल्लेखनीय रहा। अणुव्रत मीडिया टीम के संयोजक पंकज दूधोड़िया, जयंत सेठिया व महावीर बड़ाला ने समाचार संप्रेषण में सजगता के साथ अपना योगदान दिया।
अणुविभा अध्यक्ष अविनाश नाहर को पारिवारिक चिकित्सकीय अनिवार्यताओं के चलते जयपुर लौटना पड़ा लेकिन वे निरंतर अणुविभा टीम के सम्पर्क में रहे और मार्गदर्शन प्रदान करते रहे। वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप दुगड़ एवं